बैंक कर्मियों से उपभोक्ता परेशान, कर्मचारी मोबाइल और गप्पे मारने में व्यस्त
लाइव हिंदुस्तान समाचार @ दंतेवाड़ा
बैंकों में लोग अपना संचय सुरक्षा और समय पर उपयोग के लिए रखते हैं। उपभोक्ताओं की सेवा के लिए बैंक प्रबंधन पर्याप्त अधिकारी-कर्मचारी नियुक्त करता है और ग्राहक ही देवता जैसे स्लोगन देता है लेकिन नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा के किरंदुल एसबीआई ब्रांच में ऐसा कुछ भी नहीं दिखता। यहां मौजूद स्टॉफ और अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे। उपभोक्ताओं की लंबी कतार लगी रहती है लेकिन वे मोबाइल पर गप मारने में व्यस्त रहते है। पिछले दो दिनों से ब्रांच में पहुंच रहे लोगों की शिकायत है कि काउंटर में बैठने वाले कर्मचारी-अधिकारी उपभोक्ताओं पर ध्यान नहीं दे रहे है। मंगलवार को भी ऐसी व्यवस्था के चलते कुछ देर के लिए माहौल बिगड़ गया था। बैंक स्टॉफ और उपभोक्ताओं की बीच विवाद की स्थिति निर्मित हुई। उपभोक्ताओं का आरोप है कि कर्मचारी किसी तरह जानकारी देने और सहयोग करने की बजाए मोबाइल में समय बिताते हैं। कर्मचारी अपना काउंटर छोड़कर दूसरे के चैंबर में मोबाइल का फीचर दिखाने पहुंच जाते हैं। यदि कोई उपभोक्ता काम के लिए कहे तो उसे टालते इंतजार करने कहा जाता है। कभी नेटवर्क समस्या का बहाना बताया जाता है तो कभी बहाना बनाया जाता है। मंगलवार को जब कर्मचारी और उपभोक्ताओं के बीच बहस चल रही थी तब किसी ने इसकी शिकायत फोन पर बैंक के संभागीय कार्यालय जगदलपुर में कर दी। जब मुख्यालय से फटकार मिली तो उपभोक्ताओं को राहत मिली। बताया जा रहा है कि काउंटर में बैठे लोग उपभोक्ताओं को शिकायत पुस्तिका उपलब्ध कराते हैं और न ही ग्रामीण ग्राहकों को ब्रांच मैनेजर तक पहुंचने देते है। इसके चलते कर्मचारियों की शिकायत तत्काल अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती और उनकी मनमानी चलती रहती है। इधर चर्चा में ब्रांच मैनेजर आभाष मिश्रा ने कहा कि बैंक उपभोक्ताओं का है। किसी तरह की कोई दिक्कत हो तो कोई भी सीधे मुझसे संपर्क करें। मैनेजर ने कहा कि आगे सीसीटीवी फुटेज पर भी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी उपभोक्ता को ब्रांच में बेवजह परेशानी न हो।
अहमदाबाद ब्यूरो
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