चन्द्रिका प्रसाद तिवारी
शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र जारी है। भक्त मां की आराधना में लीन हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा के 108 नाम नवरात्र के दौरान दिन में एक बार पाठ करने से मनचाहा फल मिलता है। पूजा-अर्चना, आ
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नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। यह भी मां दुर्गा का अवतार हैं, जिन्हें ब्रह्मचारिणी के नाम से पूजा जाता है। शास्त्रों ने लिखा हैकि ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली देवी । देवी मां के दायं हाथ में जप क
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शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र 17 अक्टूबर, शनिवार से आरंभ हो रहा है। पहले दिन मां शैलपुत्री का पूजन होता है। मां शैलपूत्री सौभाग्य का प्रतीक होती हैं। वह नौ दुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। उनका यह नाम पर्वत राज हिमालय के यहां जन्म ले
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अधिक मास के कारण इस बार नवरात्र एक माह देरी से शुरू हो रहे हैं। इस बार शक्ति की आराधना का यह पर्व 17 अक्टूबर, शनिवार से शुरू होकर 25 अक्टूबर, रविवार चक चलेंगे। इस बार की नवरात्र को लेकर एक और अहम बात यह है कि मां घोड़े को अपना वाहन बनाकर धरती पर
प्रयागराज ब्यूरो कुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर किन्नर अखाड़े को अमरत्व स्नान करने की अनुमति नहीं मिली। इससे अखाड़े के संन्यासियों ने स्नान नहीं किया। वाहनों को संगम तक ले जाने पर अड़े अखाड़े के संन्यासियों की पुलिस एवं प्रशासन के अ
प्रयागराज ब्यूरो महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व पर कुंभ की अमृतधार को अंतस में संजोने के लिए एक बार फिर भक्ति का जन प्रवाह प्रस्फुटित हुआ। हर मन में प्रयाग और हर दिल में संगम की पवित्रता का भाव लेकर लोग त्रिवेणी में डुबकी लगाकर जीवन धन्य बन
प्रयागराज ब्यूरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को प्रयागराज पहुंचे। पीएम वायुसेना के हेलिकॉप्टर से अरैल स्थित डीपीएस हेलीपैड पर उतरे। यहां सीएम योगी ने अगवानी की। इसके बाद डीपीएस हेलीपैड से सड़क मार्ग से संगम पहुंचे। संगम नोज
प्रयागराज ब्यूरो अरैल स्थित परमार्थ निकेतन शिविर में विश्व के 42 देशों से आए आदिम जाति-आदिवासी, जनजाति के लोगों ने परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती व जीवा की अंतरराष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती के साथ सोमवार को संगम में डुबकी लगाकë
डॉ एस के पांडेय @ प्रयागराज अभी तक तो स्थानीय शासन प्रशासन दो स्नान पर्वों पर कागजी भीड़ दिखा कर काम चला रही थी पर जब मौनी अमावस्या से दो दिन पहले से ही भीड़ आना शुरू हुई तो अधिकारियों के हांथ पांव फूलने लगे, स्थिति अभी से ही ऐसी हो रही है कि भì
चंदौली ब्यूरो चंदौली जनपद में पैदा किए गए काला चावल की डिमांड प्रयागराज कुंभ मेले बढ़ गई है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बीज की अपेक्षा ब्लैक राइस के सेवन के प्रति अधिक लालायित हैं। कृषि विभाग चंदौली द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में दो दिनों के
जुनैद खान @ स्टेट ब्यूरो, प्रयागराज कुंभ मेला क्षेत्र में खूब भंडारे चल रहे हैं, लेकिन इसमें भोजन करने के लिए शहर के प्रतियोगी छात्र बाकायदा प्लानिंग करते हैं। छात्रों का एक ग्रुप सुबह से ही मेला क्षेत्र में चलने व
डॉ एस के पांडेय @ प्रयागराज मॉरिशस के मा० प्रधानमंत्री श्री प्रविन्द कुमार जुगनाथ (च्तंअपदक ज्ञनउंत श्रनहदंनजीद्ध और उनकी पत्नी श्रीमती कोविता जुगनाथ ;ैउजण् ज्ञवअपजं श्रनहदंनजीद्ध वाराणसी से सीधे विशेष विमान द्वारा आज विश्वप्रसिद्ध कुम
लाइव हिंदुस्तान समाचार प्रयागराज में 6 या 12 साल में कुंभ या महाकुंभ मेला लगने के बारे में तो आप सभी जानते होंगे लेकिन इसी पावन नगरी में हर साल एक और मेला लगता है। माघ मास में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर हर साल लगने वाले इस मेले को लोग मिनी कु
प्रयागराज ब्यूरो पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश से मौसम की उठापटक शुरू हो गई है। मंगलवार देर रात तेज आंधी से कुंभ मेला क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। आंधी की वजह से कई छोटे-मोटे तंबू भी उखड़ गए। गरज-चमक के साथ कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई
डॉ एस के पांडेय @ प्रयागराज 21 जनवरी 2019/सोमवार को पौष पूर्णिमा के दिन संगम की पवित्र धारा में 1 करोड़ 07 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। इस प्रकार पौष पूर्णिमा का स्नान सकुषल सम्पन्न हो गया। यह जानकारी मेला अधिकारी श्री विजय किरण आनंद ने का
लाइव हिंदुस्तान समाचार कुंभ मेले में दूसरे स्नान पर्व यानि पौष पूर्णिमा पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट पर उमड़ने लगी है। पौष पूर्णिमा पर इस बार ग्रह-नक्षत्रों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। ये संयोग कैसै बनता है और इस दिन स्नान से श्रद्
डॉ एस के पांडेय @ प्रयागराज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को पतितपावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम को देख अभिभूत हो गए। कुंभ का वैभव देखने आए देश के प्रथम नागरिक क्रूज से संगम पहुँचे। उनके सा
प्रयागराज ब्यूरो मकर संक्रांति के प्रथम स्नान महापर्व पर मंगलवार को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर देश-दुनिया के हर कोने से आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रयागराज की सड़कें चारो तरफ श्रद्धा पथ में तब्दील हो गईं। देश-दुनिया भर से स&
प्रयागराज ब्यूरो सूर्य 14 जनवरी की रात में 2.19 बजे मकर राशि में प्रवेश कर गए हैं। सूर्य देव के राशि परिवर्तन के साथ ही मंगलवार, 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व शुरू हो गया है। संगम किनारे जमे श्रद्धालुओं ने 12 बजे रात के बाद से ही स्नान शुरू कर दिया और इसी क
प्रयागराज ब्यूरो प्रयागराज कुंभ में शाही स्नान शुरु हो गया है। करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। स्नान के दौरान श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे का जयकारा लगाए। इस स्नान के दौरान लोगोंं ने गंगा में जमकर आस्था की ड़ुबकी लगाई।म
प्रयागराज ब्यूरो कुंभ के प्रथम मकर संक्रांति स्नान पर गंगा, यमुना, अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए सोमवार की शाम देश के कोने-कोने से आस्थावानों का रेला उमड़ पड़ा। मंगलवार की भोर में स्नान शुरू होते ही विश्व के सबसे बड़े
प्रयागराज ब्यूरो प्रयागराज में अर्द्ध कुंभ की शुरुआत हो चुकी है। आज मकर संक्रांति के पहला शाही स्नान संपन्न हो रहा है। अलग-अलग अखाड़ों के अलावा लाखों की संख्या में लोग संगम के तट पर स्नान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ मेले की
लाइव हिंदुस्तान समाचार @ प्रयागराज सूर्य देव के राशि परिवर्तन के साथ ही मंगलवार, 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की रात में 2.19 बजे से होगा। शास्त्रों के मुताबिक सूर्यास्त के बाद क
लाइव हिंदुस्तान समाचार @ प्रयागराज मकर संक्रांति पर होने वाले प्रथम शाही स्नान के लिए लंबे-विचार विमर्श के बाद नागा संन्यासियों, बैरागियों और उदासीन परंपरा के संतों के जुलूसों का समय निर्धारित कर लिया गया। सभी 13 अखाड़ों के महंतों, प्र
लाइव हिंदुस्तान समाचार @ प्रयागराज सूर्यदेव 14 जनवरी की शायं 07 बजकर 50 मिनट पर में मकर राशि में प्रवेश करते ही उत्तरायण हो जायेंगे, जिसके फलस्वरुप सभी मांगलिक कार्य यज्ञोपवीत, शादी -विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश आदि शुभ कार्य आरम्भ हो जायेंगे। सूर
[ लाइव हिंदुस्तान समाचार ] घर में यदि लड़ाई-झगड़े ज्यादा ही हो रहे हों, तो इसके कई कारण होते हैं। वास्तु दोष भी कारण हो सकता है। और मानसिक रूप से तनाव भी एक कारण हो सकता है। यदि घर में मानसिक शांति चाहते हैं। तो ज्योतिष शास्त्र में ê
[ लाइव हिंदुस्तान समाचार ] हर लड़के की चाहत होती है कि उसकी पत्नी सुंदर हो। ज्योतिष के अनुसार ऐसा संभव है, उन लोगों के लिए जिनकी जन्म कुंडली में शुक्र सप्तम भाग में हो। शुक्र विवाह के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यदि
[ लाइव हिंदुस्तान समाचार ] अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1861 से 1865 तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है। अब्राहम