अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने का सिलसिला जारी रह सकता है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने इंफ्लेशन दर को कम करने के लिए और आगे भी ब्याज दरें बढ़ाने के लिए तैयार होने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महंगाई दर को 2 फीसदी तक कम करने के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ के ट्रेंड में कमी जरुरी है। पॉवेल ने बताया कि सेंट्रल बैंक अभी तक ये तय नहीं कर पाया है कि बेंचमार्क इंटरेस्ट रेट का विशेष चयन कितना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि फेड की जिम्मेवारी है कि महंगाई दर को 2 फीसदी तक लाना है और इसके लिए वे ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। वह ये भी कहा कि अगर अर्थव्यवस्था में ग्रोथ देखी जाती है तो महंगाई में बढ़ोतरी हो सकती है और इसके लिए मॉनिटरी पॉलिसी को सख्त करने की जरुरत होगी। पॉवेल के बयान के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में मिलजुले रुख देखा गया है। डाओ जोंस और S&P 500 में गिरावट देखी जा रही है जबकि नैसडैक में मामूली तेजी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बी 20 समिट में भी बताया कि ज्यादा ब्याज दरों के रहने से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
स्रोत: लाइव हिंदुस्तान समाचार
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