किम जोंग-उन ने रूस में अपनी बढ़ती हुई परमाणु हथियारों की क्षमता को मजबूत बनाने के लिए उनके बॉम्बर्स और हाइपरसोनिक मिसाइलों का जायजा लिया है। उन्होंने हाल ही में रूस के पूर्वी इलाक़े व्लादिवोस्तोक में अपने युद्धपोतों की जांच की है। इस जांच में उनके बॉम्बर्स और हाइपरसोनिक मिसाइलों की प्रभावशीलता का मौजूदा स्तर का मूल्यांकन किया गया है।
इस जांच के दौरान, रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु भी मौजूद थे। वे किम जोंग-उन के साथ मिलकर इसमें सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। वे इसमें अपने अनुभवों और तकनीकी ज्ञान का उपयोग करके अहम राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्र में आवश्यक बदलाव करने के लिए योगदान दे सकते हैं।
किम जोंग-उन का रूस दौरा एक महत्वपूर्ण समाचार है। वे अपने विज्ञापन के माध्यम से इस बात का दावा करते हैं कि उनकी नयी पीढ़ी के संदेशों को पूरी तरह से सुरक्षित रखने का एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में बॉम्बर और हाइपरसोनिक मिसाइलें हैं। इससे यह साबित होता है कि उनका राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में उठाए गए कठिन फैसलों में उनकी दृढ़ता पर खुद को साबित करना है।
लाइव हिंदुस्तान समाचार के इस खबर के मुताबिक, किम जोंग-उन द्वारा रूस में अपनी बॉम्बर्स और हाइपरसोनिक मिसाइलों की जांच करने का कदम उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा की वृद्धि को मजबूत बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। यह दौरा उनके वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम बना है। इससे स्पष्ट होता है कि किम जोंग-उन अपने देश की सुरक्षा और स्थिरता के प्रतिबद्ध हैं और किसी भी माध्यम से देश की दृढ़ता को दिखाने के लिए तत्पर हैं।
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