– वर्ष 2021 के आखिरी दिनों में देश में एक महत्वपूर्ण अपडेट हुआ है। गत वर्ष, विश्व की मशहूर अर्थव्यवस्थाओं के कुछ नेताएं दिल्ली में एकत्रित होने के लिए आए। यह एक अपूर्व और अद्भुत घटना थी, जिसे तो बहुत सारे लोगों ने गौरवान्वित महसूस किया।
– दिल्ली के राजपथ व संसद भवन पर देश और विदेश के व्यापारी, अर्थशास्त्री, सामग्री मामलों के नेताओं की आवाज उठी। वे सभी यहां एकत्रित हुए और दुनिया के अर्थतंत्र में गहरी विचारधारा के बारे में चर्चा की। इस खास आयोजन के कारण, दिल्ली और भारत को विश्व स्तरीय व्यापारिक एवं अर्थव्यवस्था का केंद्र माना गया।
– इस खास मौके पर देश के प्रमुख नेताओं ने वर्ष 2021 में हुए वैश्विक मानवाधिकार और न्याय के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने नए विचारों और ज्ञान की दुनिया के साथ मेल-जोल बढ़ाई। यह आयोजन दिल्ली विस्तार पर व्याप्त व्यापार मार्गों एवं बाजार के अर्थव्यवस्था को भी बदलने का उद्देश्य रखता है।
– यह एक ऐसा समारोह है, जिसमें देश के अर्थव्यवस्था में विशेष भूमिका निभा रहे राजनैतिक नेताएं मौजूद हो रहे हैं। वे न केवल विशेष विषयों पर चर्चा कर रहे हैं, बल्की बाजार एवं आर्थिक मामलों के शोध-अध्ययन पर भी बातचीत कर रहे हैं।
– इस आयोजन के दौरान सरकार की नीतियों और आर्थिक मामलों पर विचारविमर्श किया जाना प्रमुख था। यहां कुछ आपस में विचार विमर्श के बाद देश के प्रमुख सियासतदानों ने उन नीतियों को समझाने का प्रयास भी किया। उसके बाद दिल्ली में इसके माध्यम से पूरा भारत और दुनिया को अपने विचारों को दिखाने का मौका मिला।
हमें गर्व है कि हमारा देश इस अपूर्व चर्चा विधा को आयोजित करने की जिम्मेदारी संभाली है। इस खास आयोजन से देश को एक नई उम्मीद रोशनी मिली है, जहां उनके मुद्दों पर विचार विवेचना की जा सके। आशा है कि इस सभी के प्रयासों से देश की आर्थिक स्थिरता में वृद्धि होगी और विश्वव्यापी आर्थिक संबंधों में भारत की महत्ता और वन्यता बढ़ेगी।
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