गोलोंदाज सदस्य देशों की खास बैठक जी-20 समिट 2023 में पुरे उत्साह के साथ होगी। यह इसलिए क्योंकि अफ्रीकी संघ (AU) ने भारत को जी-20 का सदस्य बना दिया है। इस खुशखबरी की घोषणा विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले से ही अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता में जी-20 के प्रेसिडेंट को विश्वास दिलाया था। यहां तक कि पीएम मोदी ने सदस्य देशों के सामरिक समर्थन को ध्यान में रखते हुए इस फैसले को लेने का फैसला किया है।
अब भारत जी-20 में सदस्य बनने के साथ वैश्विक मामलों में भूमिका निभाने का एक नया मुकाम प्राप्त कर चुका है। अफ्रीकी संघ की यह घोषणा दरअसल भारत-अफ्रीका मित्रता को मजबूत करने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
जी-20 एक महत्वपूर्ण समिट है जिसमें विभिन्न देशों के नेताओं की मुलाकात होती है और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाती है। इसमें विश्व की अर्थव्यवस्था, वित्तीय बाजार, व्यापार, यातायात, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, इंटरनेट सुरक्षा और उच्च शिक्षा के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णयों की गठन होती है।
इस समिट में भारत को सदस्य बनाने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह दुनिया में एक विश्वविद्यालय की भूमिका बना सकता है। भारत की अवधारणा है कि यह नकारात्मकता, व्यापारिक गतिविधियों, और अभावग्रस्तता के विरुद्ध लड़ाई करने के लिए सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा।
यह फैसला भारत-अफ्रीकी संघ मित्रता को मजबूत करने के साथ-साथ भारत को वैश्विक मंच पर भी मजबूत बनाता है। विभिन्न देशों के नेताओं के बीच यह संबंध और बेहतर होगा और विश्व मामलों पर अधिक ध्यान केंद्रित होगा। सक्रिय भूमिका निभाने के साथ-साथ, भारत भी इस समिट के माध्यम से अपनी योजनाओं और आर्थिक विकास में रुचि रखने वाले प्रमुख कदमों को पेश कर सकेगा।
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