Title: डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी, स्वास्थ्य विभाग की तैयारी में तेजी
लाइव हिंदुस्तान समाचार: डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छर बाधित बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी सामने आई है। चिकनगुनिया के मामले खासकर इलाकों में सबसे अधिक हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों को इसतीमाल करके इन बीमारियों का प्रभाव कम करने के लिए फागिंग का शेड्यूल तैयार किया है। इस क्रांतिकारी कदम के तहत पंचकूला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कालका, पिंजौर, और बरवाला इलाकों का दौरा शुरू कर दिया है।
डेंगू के मरीजों की संख्या हो रही है तेजी से बढ़ते हुए और अब तक 260 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही चिकनगुनिया के मामले भी दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और लोगों को इन बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करने का सख्त निर्देश दिया है।
इन बीमारियों से बचाव के लिए डॉक्टरों ने लक्षणों के बारे में जागरूकता फैलाई है। उन्होंने बताया है कि डेंगू के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, जुओं के दाग और खून के इलावा सांस लेने में कठिनाई आदि शामिल होते हैं। चिकनगुनिया के लक्षणों में अक्सर हाथों, पैरों और जोड़ों में दर्द, सूजन, जोड़ विकृति, त्वचा में चकत्ते आदि होते हैं। प्रशासनिक समारोह के माध्यम से इन लक्षणों की पहचान और इन बीमारियों से निपटने के उपायों की जानकारी दी गई है।
फॉगिंग को सही तरीके से करवाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। हाइड्रोमिएल फॉग उपकरण का भी इस्तेमाल किया जा रहा है जो मछली मिट्टी को नष्ट करके मच्छरों के प्रजनन को रोकता है। स्किल लैब में बेड लगाना शुरू किया गया है और डेंगू वार्ड को तैयार किया गया है, जहां इन बीमारियों के मरीजों की देखभाल होगी।
स्वास्थ्य विभाग की पहल पर लोगों ने दिखाई गई आश्चर्यजनक प्रतिक्रिया। वे इस सभी कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कह रहे हैं कि इससे इन बीमारियों के मामले कम होंगे और लोगों को सुरक्षा के साथ-साथ उचित इलाज भी मिलेगा।
इस मामले के बढ़ते मुद्दों को पेश करते हुए पंचकूला स्वास्थ्य विभाग अपने कार्यों में गंभीरता और तेजी ला रहा है। आशा एक है कि इस नई कार्रवाई से इन बीमारियों के मामले कम होंगे और स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिए कदम उठाए जा सकेंगे।
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