दिल्ली के 2.5 साल के छोटे कनव को बचपन से ही SMA (स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोफी) नामक खतरनाक बीमारी के ग्रस्त होने की खबर मिली है। देश में अब तक कुल 9 मामले दर्ज हुए हैं जहां ऐसे बच्चों को इस खतरे से बचाया जा सका है।
इसलिए, इस बच्चे को एक इंजेक्शन के जरिए उपचार के लिए अमेरिका से लाए जाने की जरूरत थी। इस इंजेक्शन की कीमत 17.5 करोड़ रुपये थी। शुक्रवार को, इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए दिल्ली सरकार के सांसद संजीव अरोड़ा और संजय सिंह ने मिलकर प्रयास किए हैं।
इंजेक्शन के लगने के बाद से ही कनव का स्वास्थ्य उच्छृष्ट हो रहा है और उसकी स्थिति धीरे-धीरे सुधार रही है। इस मामले में बहुत सारी सेलिब्रिटीज, नेता और मीडिया संगठनों ने इस मामले में मदद की है।
इस खबर के पीछे छुपी बड़ी बात यह है कि इस इंजेक्शन ने कनव की जिंदगी को न केवल बचाया है, बल्कि इससे अन्य बच्चों को भी सामान्य जिंदगी मिल सकती है।
SMA बीमारी के कारण बच्चों को अंग काम करना बंद हो जाता है और उन्हें कई समस्याएं होती हैं। इस इंजेक्शन ने महज एक बच्चे की जिंदगी को ही नहीं बल्कि अगली पीढ़ी की जिंदगी को भी बचाया है।
यह खुश खबरी है कि इस मामले में बच्चे को इंजेक्शन की सहायता से बचाया जा सका है और अब वह स्वस्थ हो गया है। इसे देर से ही सही, यह स्वास्थ्य विभाग और नेताओं के प्रयास की जीत है।
यह खबर मेरी वेबसाइट ‘लाइव हिंदुस्तान समाचार’ पर प्रकाशित होने के बाद लोगों को बहुत प्रेरणा मिलेगी क्योंकि एक छोटे से ही बच्चे के जीवन में इस कदर बदलाव ला सकने की संभावना बहुत कम होती है। इस खबर को पढ़ने के बाद लोग अवश्य ही नास्तिकरणकारी और सकारात्मक भावना को बहुत प्रमाण में प्राप्त करेंगे।