पाकिस्तान में हर साल लोग अवैध तरीक़े से यूरोप जाते हैं, इसे देखते हुए अधिकतर लोगों ने यूरोप जाने का फैसला लिया है। हाल ही में हुए एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 13 हज़ार लोग इस साल अपने घरों को छोड़कर लीबिया और मिस्र की तरफ़ गए हैं। इनमें से अधिकांश लोग वापस नहीं लौटे हैं।
पाकिस्तान की पुलिस द्वारा इस अवैध हवाई सफ़र से छिड़े लोगों को रोकने के लिए क़दम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत, ख़ास रोमिंग टीमें गठित की गई हैं जो यूरोप जाने वाले लोगों का पता लगाने का काम कर रही हैं। यह रोमिंग टीमें पाकिस्तान के चरम पॉइंटों और उद्योगों पर नजर रख रही हैं। उन्होंने गैंगस्टर एवं गैंगस्टरों के साथ कठिन सीनेज़ काम करने के लिए सहयोग भी शुरू किया है।
इसमें साली लोगों में की गयी दलाली भी एक बड़ा कारक है। कई दलाल फर्जी वीज़ा के लिए लोगों को ठगा रहे हैं और उनके पैसे लेकर डूबते जा रहे हैं। लोगों ने इन दलालों के ख़िलाफ़ शिकायतें भी दर्ज की हैं, लेकिन अभी तक इसमें कोई भी गम्भीर क़ानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।
बीबीसी संवाददाता कैरोलाइन डेविस ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तान में इस मुद्दे के बारे में संप्रेषण किया है। उन्होंने यह दर्शाया कि यूरोप जाने की इच्छा रखने वाले लोगों को अपनी ज़िंदगी खतरे में डालते हुए वन्द्य मार्ग की ओर मजबूर हो रहे हैं। वह इस इच्छा के पीछे के कारण और कारगर समाधान का भी जिक्र करती हैं।
इस रिपोर्ट के माध्यम से लाइव हिंदुस्तान समाचार उन लोगों तक जो अपनी सैलरीसे ज्यादा की उम्मीद रखते हैं, पहुंचेगा और उनकी सुरक्षित यात्रा के लिए योजना किया जा सकेगा।
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