स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर अंकुश लगाने के तमाम प्रयास कर रहा हैं। इसकी साथ ही 100 टीमें एंटी लार्वा एक्टिविटी भी चला रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को मजबूत करने के लिए शिक्षा विभाग का सहयोग मांगा गया हैं, जिसके तहत जिला के बच्चों को डेंगू से बचाने के लिए जागरूकता के लिए पर्याप्त ध्यान दिया जाएगा। जिले में डेंगू से बचने के लिए बच्चों को पूरी बाजू के की कमीज पहनकर आने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं।
जिले में कोरोना महामारी के बाद अब डेंगू की खतरा बढ़ चुकी हैं। जिला में अभी तक करीब 15 वर्ष से कम आयु के आज तक कोई डेंगू का केस नहीं मिला हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ दिनों से डेंगू के नये मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को डेंगू के 11 केस आए हैं, जो कि इस साल का सबसे भयावह आंकड़ा हैं।
शिक्षा विभाग और डेंगू से जंजिलेभर मुकबला को मजबूत करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने विज्ञान के अध्यापकों को बच्चों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए बालों को डेंगू के साथ-साथ मच्छर और मच्छराने के प्रकोप से बचाने के लिए दिए गए निर्देशों के पश्चात प्रधानाचार्यों को सूचित किया गया हैं। जिले में अभी तक करीब 4.46 लाख घरों में लार्वा जांचा गया हैं, जिसमें से 4591 घरों में लार्वा मिला हैं।
डेंगू के नोडल अधिकारी ने इस आंशिक रुप से विफलता को देखते हुए अब सिविल अस्पताल और सामुदायिक केंद्रों में डेंगू के अलग से वार्ड बनाए गए हैं। सरकारी कार्यालयों में ड्राई डे मनाया जा रहा हैं और परिवहन निगम को मुख्यालय में नोटिस जारी किया गया हैं। जिले के सिविल अस्पताल में 2254 सैंपल की जांच हुई हैं। संक्रमण से बिच्छू उड़ाने वाले मच्छर के पास पश्चिमी स्तिमिकल मच्छर ही होता हैं। जिसका मतलब यदि कोई मच्छर अपने आप को हवा में फँसा बच गया तो वह लंबे वक्त के लिए डेंगू संक्रमाण वाला बच्छना स्थान बन जाता हैं। डेंगू के खिलाफ इस दौरान निजी अस्पतालों को भी चेतावनी दी गई हैं। ऐसा भी देखने को मिला हैं कि बच्चों के मुख में बच्चों में ज्यादा नंद आने से उनके साथ डेंगू का खतरा छरा गया हैं। तस्वीरों में भी देखा जा सकता हैं कि कुछ चित्रो हैं जहां लड़का/लड़की अपने मुंह को ढांढे में बंद कर रख कर उनको डेंगू से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
लगातार बढ़ते डेंगू ने लोगों मे डर का माहौल पैदा किया हैं। हर कोई डेंगू से बचने के उपायों का पालन करने की कोशिश मे लगा हुआ हैं। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने एटीम बुलवाये हैं। जब खाली जगह पर पानी होता हैं तो वहां डेंगू की लार्वा बढ़ जाती हैं। ऐसी वजह से यदि पानी निकले या खाली कर दें तो डेंगू से छुटकारा मिल सकता हैं। स्वास्थ्य विभाग डेंगू के मामलों से कम नहीं मांगल रहा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी स्कूलों में विज्ञान के अध्यापक ताकि बच्चों में डेंगू संक्रमण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। जब सभी फ़ैमिली में से एक निरोगी हो ओर सिर्फ वही बीमार निकले तो और बाकी फैमिली सभी ख़तरे से दूर रह में होंगे। सभी गꠒ°ꠉꠤꠛꠇ फ़ैमिली में एकल मानव की सुरक्षा होगी।
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