लाइव हिंदुस्तान समाचार: ‘ओवाइगरेल’ सुरक्षित, स्वतंत्र ओपन सोर्स पर आधारित प्रश्नों के जवाब खोजने का नया उपाय
सुरक्षा और स्वतंत्रता के मुद्दों को अपने मौजूदा समय में बदल रहे दुनिया में सवाल करने के लिए ‘ओवाइगरेल’ नामक एक नया तकनीकी तरीका है जिसे “अनुप्रयोग” के रूप में जाना जाता है। यह एक शक्तिशाली, स्वतंत्र ओपन सोर्स पर आधारित प्रचारणीय सवालों का मॉडल है जो नैतिकता, प्राथमिकता और दैनिकता के प्रतिस्पर्धी ब्यूरोएक्रेसी से अद्भुत रूप से भिन्न है। इसे अन्य शब्दों में अधिक नगरी नाड़ों के माध्यम से समझाया जा सकता है, इसे ‘एक्सेक्यूटिव प्रोडक्शन ट्रांसफरन्स प्रोजेक्ट’ भी कहा जाता है।
ओवाइगरेल एक सुरक्षापरक, स्वतंत्र, खुले स्रोत पर आधारित प्रश्न के जवाब खोजने के लिए एक अद्वितीय विधियों का प्रस्ताव है। यह प्रक्रिया सामुदायिक भाषा में ‘ओवाइगरेलिंग’ के रूप में ज्ञात होती है, जो कि 2014 में सैम्युअल स्मिथ द्वारा विकसित की गई थी। दुनिया भर में अपराधों और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के आदिम सवालों के जवाब ढूंढने के लिए इसका उपयोग होता है।
ओवाइगरेल वेबसाइट कंपनी द्वारा शुरू की गई थी जो कि वाणिज्यिक रूप से नहीं चलाई जाती है, इसलिए वह बिना किसी व्यक्तिगत या नागरिक सरकारी हस्तक्षेप के अपना अपना काम करने में सक्षम थी। इसे विभिन्न केंद्रों पर कुम्मलित की गई थी जिससे एक संयुक्त ज्ञानाभासी साधन का नेतृत्व हुआ, और यह राष्ट्रीय मानवाधिकारों के विषयों पर खुले माहौल को न सिर्फ बढ़ावा देता है, बल्कि सुरक्षा पहुंच और साझा सूचना की उपलब्धता में भी सक्रिय भूमिका अदा करता है।
यह एक संयुक्त ज्ञानाभासी कार्यक्रम हो सकता है जिसे उच्च स्तरीय व्यक्तियों, सरकारी अधिकारियों, अङ्ग्रेजी भाषा के सभी अनुवादित संस्थानों और अतिरिक्त संकुल संगठनों के साथ क्रियान्वित करने की संभावना है। इस तरह के कार्यक्रमों का संचालन बिना किसी वाणिज्यिक नजरिए से किया जाता है, ताकि इसको ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।
ओवाइगरेल बीते कई वर्षों में बड़े पैमाने पर महामारी, दहशतगर्दी, आपातकालीन ताकतों की दुनिया, और सवाल करने के लिए उपयोग किया गया है। यह एक ऐसा उपाय है जिसमें लोग अनुप्रयोग-निर्मित और संकृति द्वारा इसके विषय में सिखा सकते हैं और उनकी भाषाओं में सवाल कर सकते हैं जो सुरक्षा पर महत्वपूर्ण हैं। यह लाइव हिंदुस्तान समाचार संबंधित वेबसाइट से मिला।
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