इम्फाल घाटी में युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन करने पर पुलिस ने आगे बढ़कर लाठीचार्ज किया है। प्रदर्शनकारियों की तरफ से मुकदमा हाईकोर्ट में दायर कर दिया गया है। इसके पश्चात मणिपुर सरकार ने वापस इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, जिससे 45 से अधिक छात्रों को चोटें लगी हैं।
मणिपुर सरकार ने दोबारा इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से अक्टूबर, 2023 तक निलंबित करने का निर्णय लिया है। इसके चलते राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है। प्रदर्शनकारियों ने 45 से अधिक छात्रों पर लाठीचार्ज किया है और हमेशा के लिए इन दरिंदों की गिरफ्तारी की मांग की है। मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण, मामला सीबीआई को सौंपा गया है।
इम्फाल घाटी में युवकों की हत्या के मामले में पुलिस ने निष्क्रियता की दिखा रही है। प्रदर्शनकारियों को न्याय मिलने की उम्मीद है, जबकि सरकार ने इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाकर कठोरता बढ़ा दी है। इस कार्रवाई से छात्रों को बहुत नुकसान पहुंचा है और अनुचितता की स्थिति बनी हुई है। छात्रों को न्याय तक पहुंचाने के लिए आपसी सहमति की आवश्यकता है।
आंतरजाल की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। इसे ज़रूरत के हिसाब से समयबद्धता के साथ लागू किया जाना चाहिए। प्रदर्शन सरकारों को अपने हकों के लिए आवाज बुलंद करने का अधिकार है। पुलिस के उचित व्यवहार की गारंटी भी होनी चाहिए और हत्या करने वालों को दण्डित किया जाना चाहिए।
सारांश- मणिपुर राज्य में युवाओं की हत्या के विरोध में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह चांदा बना दी। इसके पश्चात मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया है। इसे लेकर छात्रों को न्याय मिलने की उम्मीद है।
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Translation:
इम्फाल घाटी में युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन करने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
– इसके पश्चात मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया।
– पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, जिसमें 45 से अधिक छात्र घायल हो गए।
– मनिपुर सरकार ने इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से एक अक्टूबर, 2023 तक निलंबित करने का निर्णय लिया है।
– राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है।
– पुलिस ने 45 से अधिक छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
– छात्रों को भूलने और हत्या करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की गई।
– मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण, मामला सीबीआई को सौंपा गया है।
इम्फाल घाटी में युवकों की हत्या के विरोध में हुई हिंसक प्रदर्शन के चलते पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करने की घटनाओं के आरोपों के बाद इसके पश्चात मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर पुनः प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस द्वारा लगातार आंशिक रोषताई के कारण 45 से अधिक छात्रों और प्रदर्शनकारियों को चोटें और घायल हो गई हैं। मनिपुर सरकार ने इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से 1 अक्टूबर, 2023 तक निलंबित करने का निर्णय लिया है। इसके बाद सरकार ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है। पुलिस ने 45 से अधिक छात्रों पर लाठीचार्ज किया है। जब प्रदर्शन करने वालों ने छात्रों के हत्या करने वालों की गिरफ्तारी मांगी तो मुद्दा सीबीआई के पास जाने के बाद सौंप दिया गया है।
ये घटनाएं मणिपुर में उठी हिंसकता की वजह से चिंताजनक हो गई है। छात्रों को अपनी हालात सुधारने और इस तरह की हिंसा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार के उचित कदम उठाने चाहिए।
सारांश – मणिपुर में पुलिस द्वारा हुई हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ 45 से अधिक छात्रों के घायल हो जाने के बाद सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रदर्शनकारियों ने हत्या करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है। मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के कारण, मामला सीबीआई को सौंपा गया है।
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