लाइव हिंदुस्तान समाचार: स्वयंसेवक फिल्म ‘रॉकेट्री’ के निर्माता, निर्देशक और अभिनेता आर माधवन ने अपने विजयी प्रदर्शन के बाद अमेरिका से उनके दर्शकों और शुभचिंतकों को धन्यवाद दिया। इस फिल्म के निर्माण में माधवन ने कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने नंबी नारायणन के संघर्ष से प्रेरणा ली और फिल्म के बारे में फैसला किया।
माधवन ने बताया कि पुरस्कारी फिल्म ‘रॉकेट्री’ के निर्माण में कई चुनौतियाँ आईं थीं लेकिन उन्होंने अपने आप को नंबी नारायणन के संघर्ष से प्रेरित करके सभी मुश्किलों का सामना किया। माधवन ने कहा, “मुझे अभिनय की दुनिया में कितनी कठिनाइयाँ मिलीं, उसकी अंदरूनी दुनिया का ज्ञान मुझे नंबी नारायणन के द्वारा मिला। उनकी कठिनाइयों का सामना करके यह फिल्म बनाई और देश के लोगों को उनकी कहानी सुनाई।”
फिल्म को अमेरिका में रिलीज के बाद माधवन ने नंबी नारायणन के साथ इसे देखा और उनकी यात्रा का एक उद्धरण सुनाया। उन्होंने कहा, “यह फिल्म मुझे बहुत भावुक करती है। मैंने जब इसे धर्मपुर अकादमी केजराना साहब और संघर्ष के दिनों के बारे में रिलीज के बाद देखा, तो मैंने और एक बार इसकी साकारात्मकता को महसूस किया।”
इस फिल्म में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने एक विशेष भूमिका निभाई है और फिल्म के अंत में नंबी नारायणन भी नजर आते हैं। माधवन को लगता है कि इस पुरस्कार का संदेश ईश्वर का अद्वितीय संकेत है। उन्होंने बताया, “मैं कठिनाइयाँ बढ़ाने वाली बातों के साथ खड़ा होने के लिए नंबी नारायणन के शेर के पास खड़ा हो गया। इस फिल्म की यात्रा में मैंने कई देशों को घूमा और उनकी कहानियां सुनी।”
रॉकेट्री फिल्म, जिसे आर माधवन ने अपने स्वयंसेवकीय कौशल से पुरस्कृत किया है, भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का विषय बन गई है। माधवन की कहानी, जो मनोहार निषध द्वारा निर्देशित हुई है, नंबी नारायणन के जीवन की मार्मिक कहानी को प्रतिष्ठित किए हुए है। इस फिल्म के माध्यम से एक अद्वितीय कहानी का जीवन दर्शाया गया है, जो व्यक्तिगत संघर्षों, सामाजिक उत्पीड़नों और मानवीयता के अंतिम में की आवाज है।
“Travel aficionado. Incurable bacon specialist. Tv evangelist. Wannabe internet enthusiast. Typical creator.”