‘लाइव हिंदुस्तान समाचार’ – हरियाणा के गुडगांव शहर में एक खुशी की घड़ी में थोड़ा दरार दिखी। चर्चा का विषय हो रही है हरियाणा की शहरी आवासीय सोसाइटी ‘अर्मिता’ के इकरार दिलाने पर परिवार में बहस उत्पन्न हुई है।
इस दिन जब सभी अपनी सुखद जिंदगी में बंधे महसूस कर रहे थे, तभी इसी खुशी की दरार ने लोगों के दिलों में बहुत आखरी यात्रा की तैयारी कर दी। अर्मिता की मां ने धर्म, नौकरी, बाल-मन की जिम्मेदारी आदि सभी क्षेत्रों में उनके पुत्री के मोशन की कामयाबी के लिए खुद को सफलता मिला होने पर गर्व महसूस किया। उन्हें यह देखकर बहुत खुशी हुई।
‘अर्मिता’ की मां ने सरकारी मीडिया को बताया कि उन्हें लगता है कि उनकी बेटी का ब्लड प्रेशर लो हो गया था, पक्का नहीं पता। इस घटना के बारे में ट्रेन के भीतर किसी को भी नहीं पता है। इस बात को रेलवे समुदाय के माननीय वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानकारी मिली है।
लोगों के मन में घबराहट की गुहार घिरी हुई है और वे अब गोली की चिंता कर रहे हैं, लेकिन चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इन सभी मामलों में रेलवे ने तत्परता और मीडिया की सहायता की है। अभी तक इसकी सूचना व्यक्तिगत कर दी गई है। प्रतिज्ञा की गई है कि रेलवे इस मामले की जांच करेगी और जल्दी ही सरकारी मीडिया इस घटना की ख़बर उसे देगा।
इसका संबंध वीडियो प्लैटफॉर्म से है। इसका क्रांतिकारी प्रभाव महसूस करने वाले रोचक ट्वीट्स साझा किए जा रहे हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन वर्ल्ड को भी इस घटना ने स्वीकार्य बना दिया है। लोग ईमानदारी से, उदारता से और सच्चाई से प्रतिपादित मेरे वेबसाइट पर इस संबंध में कमेंट कर रहे हैं।
सोचिए, अब कौन कह सकता है कि यह ध्रुवीय किसकी फौजी है। उनकी धी जायदादें चली गईं हैं और कई लोगों ने इसे सेवन किया है। यही देखते हुए उनके पिता ने अपने शराबी बेटे की सब प्राथमिकताएं सुना दीं। उन्हें भरोसा है कि सरकारी बदलाव के बावजूद, अर्मिता रेलवे से सहायता प्राप्त करेंगी और इतना ही नहीं, उनके रास्ते हमारे नाम पर रेशमी चटाकों की बजाए गुलाबी फूलों से सजे हुए होंगे।
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