प्रधानमंत्री ने औरों के साथ मिलकर खुशी व्यक्त की। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय समर्थन में प्रज्ञानंद की योगदान की सराहना की। वह कहते हैं कि प्रज्ञानंद पाठशाला की स्थापना करेंगे। लड़का जो सुकर्मी मेट्रोसीटी में गुम हो चुका था और जो कि युवाओं के लिए एक मिशन था, अब बड़े तौर और चमाकदार अवसरों को देख रहा है।
प्रधानमंत्री के मुताबिक, प्रज्ञानंद जुनून और दृढ़ता के प्रतीक हैं। उन्होंने सभी को प्रेरित किया है कि वे अपनी मेहनत, कसौटियों और संघर्ष के माध्यम से सपनों को प्राप्त कर सकें। प्रज्ञानंद की इस उपलब्धि ने वह महसूस कराया कि वहाँ कोई सीमा नहीं है जहां भारत के युवा नहीं पहुंच सकते। उम्मीद की किरणें प्रज्ञानंद की उपलब्धि को देखकर जगमगा रही हैं।
प्रज्ञानंद ने दिखाया कि भारत के युवा किसी भी क्षेत्र में परचम लहरा सकते हैं। उन्होंने अपनी अनशन प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया कि समाज में परिवर्तन लाना मामूली नहीं है। उन्होंने स्वयं को और अपने सपनों को साबित किया कि भारतीय युवा किसी भी कौशल या क्षेत्र में महान हो सकते हैं। भारतीय युवा सोच के रेखाएं खींचकर उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने प्रज्ञानंद पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने उनके साहसिक कदम की सराहना की और कहा कि भारत में लड़कों की प्रतिभा को पहचाना जाना चाहिए। इससे हमारे युवा में अधिक स्वाभिमान आएगा और वे अपने पूरे पोटेंशियल को प्रकट कर सकेंगे। उन्होंने संघर्ष के माध्यम से प्रज्ञानंद द्वारा दिए गए संदेश को महसूस किया और अग्रिम जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
इस पीढ़ी के तत्वों के साथ उम्मीद है कि वे एक नया सवेरा लाने में सक्षम होंगे और एक बेहतर भविष्य में सक्षम होंगे। प्रज्ञानंद के उदघाटन के मौके पर, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय युवा गोलीभूत स्मृति से संघर्ष करते हैं ताकि वे समाजिक और आर्थिक बदलाव लाएं। उन्होंने साइबरधारा 370 को एक त्याग का प्रमाण देते हुए कहा कि प्रज्ञानंद के माध्यम से एक और इतिहास दिखाया गया है और इससे भारत व युवाओं के लिए गर्व होना चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा है कि वे सपनों और उम्मीदों के पीछे खड़े हों और उन्हें साकार करने के लिए कठिनाईयों का मुकाबला करें।
प्रज्ञानंद की सफलता इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे युवाओं को मार्गदर्शन तथा मोटीवेशन मिलता है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रज्ञानंद की प्रगति देखकर हमें अपने युवाओं की महत्वपूर्ण योगदान की ओर संकेत है।
संक्षेपमें कहें तो, प्रधानमंत्री ने प्रज्ञानंद को सराहा, उनके जुनून की ओर देखकर उन्हें गर्व महसूस किया और उन्होंने भारत के युवा में ताकत का जखीरा दिखाया। यह समाचार हमारे साइट ‘लाइव हिंदुस्तान समाचार’ के लिए अहम है और हमेशा की तरह हम आगे बढ़ने के लिए अपडेट रहेंगे। जय हिंद!
“Social media scholar. Reader. Zombieaholic. Hardcore music maven. Web fanatic. Coffee practitioner. Explorer.”