यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शोधयात्रियों को UN जनरल असेंबली में संबोधित किया। इस संदर्भ में, जेलेंस्की ने कहा कि यह जंग सिर्फ यूक्रेन की ही नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया की है। उन्होंने आगे बढ़ते हुए कहा कि रूस पूरी दुनिया को आखिरी जंग की ओर धकेल रही है और इसका उदाहरण यूक्रेन के साथ हुए विवादों में देखा जा सकता है।
जेलेंस्की ने व्यक्त किया कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ खूनरंग दंगों की दीवार खड़ी की है और उन्होंने इसे नरसंहार के अपराध के रूप में भी आरोपित किया है। जेलेंस्की ने पीस समिट की घोषणा की और मांग की कि दुनिया के नेताओं को इसमें शामिल होना चाहिए, ताकि यूक्रेन के समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने के लिए एक मानवीय और धार्मिक अभियान की शुरुआत की जा सके।
इसके अलावा, जेलेंस्की ने रूस को पहली बार UN जनरल असेंबली के सामरिक सत्र में संबोधित करने का अवसर दिया है। वे ने मंच पर खड़े होकर मानवाधिकार उल्लंघन करने के लिए रूस का आरोप भी लगाया है, जहां उन्होंने रूस को यूक्रेनी बच्चों को किडनैप करके नरसंहार कर रही होने का आदेश सुनाया है।
अन्य टॉपिक में, UN जनरल असेंबली में पीस प्लान की मीटिंग की जाएगी, जो कि तनावमुक्त और सहनशक्ति के माध्यम से यूक्रेन के संघर्ष में समाधान ढूंढ़ने के लिए पहल की जाएगी। यह मीटिंग दुनिया के नेताओं और देशों को एकजुट होकर रूस के हंगामे को रोकने का प्रयास करेगी। जेलेंस्की ने समय में संघर्ष के समाधान के लिए उनके साथ मिलकर काम करने का आह्वान भी किया है।
यह स्पष्ट है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा यूक्रेन के संघर्ष को बचाने के लिए सुरक्षा, मानवियता और राष्ट्रभक्ति के मानदंडों का पालन किया जा रहा है। उनका मानवाधिकारों के पक्ष में सुरक्षा मंच पर खड़ा होने का प्रयास गर्व के लायक है।
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