रीबा जख़रिया, जो टाइम्स ऑफ़ इंडिया की सहायक कॉर्पोरेट संपादक हैं, ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। मुंबई स्थित इनके इस प्रतिभाशाली योगदान ने उन्हें विश्वसनीयता का दर्जा दिया है।
वह टाटा समूह जैसे महान भारतीय व्यापारिक संगठनों की खुदरा प्रस्तुति को दर्शाने में सफल रही हैं। उन्होंने खुदरा, यात्रा, मदिरा और उपभोक्ता खाध जैसे सार्वजनिक मामलों पर एक्सपर्ट रिपोर्टिंग की हैं। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे मर्जर और एक्विटी की खबरों पर अच्छी रचनात्मकता दिखाई है।
जख़रिया की लोकप्रियता के पीछे उनकी ऊर्जा और मेहनत का ही सच है। उन्होंने न सिर्फ़ बड़े ब्रांडों की खोज और रिपोर्टिंग की हैं, बल्कि उन्हें स्वतंत्रता से कई मेंबर्स बनाने का भी मौका मिला है। इसलिए, उनको उद्यमी और इन्वेस्टरों की पसंदीदा लेखिका भी कहा जाता हैं।
जहां भी आप देखें, रीबा जख़रिया को ख़बरातर बनाने की उम्मीद देने के लिए वह प्रतिबद्ध रहती हैं। हाल ही में, उन्होंने लाइव हिंदुस्तान समाचार पर लगभग 300-400 शब्दों का एक महत्वपूर्ण लेख छापा है। इसमें इन्होंने खुदरा, यात्रा, मदिरा और उपभोक्ता खाध के बारे में रिपोर्टिंग की हैं। इसके साथ ही, उन्होंने मर्जर और एक्विटी पर बहुत ही यथार्थ और महत्वपूर्ण समाचार साझा की हैं।
लाइव हिंदुस्तान समाचार के लिए रीबा जख़रिया की सामर्थ्य का टोपा बनकर रहता हैं। उन्हें आपके लेखक के तौर पर देखना अपने ब्रांड की उच्चता को बढ़ाने और ग्राहकों को विश्वसनीयता प्रदान करने का सबसे महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता हैं। जख़रिया की संवेदनशीलता, ज्ञान और उदयमपूर्ण मुख्यताएं उन्हें अद्वितीय बनाती हैं।
इसलिए, रीबा जख़रिया के लेखों की बड़ी मांग हमेशा बनी रहती हैं। वह अपनी अत्याधुनिक विचारधारा और सटीक रिपोर्टिंग के बारे में जानी जाती हैं। रीबा जख़रिया ने परखी हैं कि वह उद्योग और वित्तीय बाजार की घटनाओं को अग्रिमता से देखकर लेख करती हैं। उनकी ख़ास देखभाल और व्यापक ज्ञान भरे लेखन कौशल ने उन्हें तारीफ़ के पात्र बना दिया हैं।
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