“महिलाओं को उम्र बढ़ने के साथ ही आवश्यक जांच करवानी चाहिए: डॉक्टर”
लाइव हिंदुस्तान समाचार: महिलाओं को उम्र बढ़ने के साथ ही अपनी स्वास्थ्य की जिम्मेदारी को गंभीरता से लेना चाहिए। विज्ञान के दौरान, बहुत सारी आवश्यक जांचें खोजी गईं हैं जो महिलाओं के लिए जरूरी हैं। आइए जानते हैं कि कौन सी जांचें हैं और उनका महत्व क्या है।
डॉ माला कुमारी ने बताया कि महिलाओं के लिए पैप स्मीयर टेस्ट, पेल्विक टेस्ट, मैमोग्राम, थायराइड फंक्शन टेस्ट, लिपिड पैनल टेस्ट, बीपी और डायबटीज जैसी जांचें महत्वपूर्ण हैं। अलग-अलग तरह की जांचें महिलाओं के स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए की जाती हैं।
पैप स्मीयर टेस्ट के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर का पता लगाना और निदान करना होता है। यह परीक्षा और महिलाओं के लिए जरूरी है क्योंकि इससे स्टेज के हिसाब से इलाज की संभावनाएं तय होती हैं।
अगर हम पेल्विक टेस्ट की बात करें तो यह योनि, गर्भाशय ग्रीवा, मूत्राशय, गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय और मलाशय की परीक्षा है। इस टेस्ट से महिलाओं की गर्भाशय स्वास्थ्य स्थिति की जांच की जाती है और किसी भी संभावित समस्या का पता चलता है।
मैमोग्राम एक स्तन कैंसर की जांच है जो स्तनों के कैंसर का पता लगाने और निदान करने में मदद करता है। यह टेस्ट 45 से 55 साल की महिलाओं के लिए हर साल करवाना चाहिए।
थायराइड गल्बर्ट की बुखार और थकान का कारण बन सकती है। थायराइड के विशेष फंक्शन की जांच के लिए थायराइड फंक्शन टेस्ट की जरूरत पड़ती है जिससे यह पता चलता है कि क्या थायराइड में कोई परेशानी है या नहीं।
लिपिड पैनल टेस्ट उन ट्रिगलर्स की जांच करता है जो शयतानी चरम पर हैं और हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को ताले में रखते हैं। महिलाएं भी डायबिटीज, बीपी की जांच करवानी चाहिए जो कि हृदय संबंधी समस्याओं की जांच के लिए महत्वपूर्ण हैं।
जेसे कि डॉ माला कुमारी ने कहा, महिलाओं को अपने डॉक्टर की सलाह पर हर साल पीएम जैसी आवश्यक जांचें करवानी चाहिए। इससे उनका स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की ज्ञाति बढ़ेगी और समस्याओं का समय पर पता चलेगा।
“Travel aficionado. Incurable bacon specialist. Tv evangelist. Wannabe internet enthusiast. Typical creator.”