भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने 30 खिलाड़ियों के लिए सालाना अनुबंध की सूची जारी की, जिसमें श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को जगह नहीं मिली। इस फैसले के पीछे रणजी मैचों में हिस्सा न लेने की वजह सामने आयी है। दूसरी ओर आवेश खान और रजत पाटीदार जैसे खिलाड़ियों को सूची में शामिल किया गया है। ग्रेड ए प्लस समूह के खिलाड़ियों को चार करोड़, ग्रेड ए के खिलाड़ियों को पाँच करोड़, ग्रेड बी के खिलाड़ियों को तीन और ग्रेड सी के खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपए सालाना दिए गए हैं। चेतेश्वर पुजारा और शिखर धवन को भी ग्रेड सी समूह से बाहर किया गया है। बीसीसीआई ने मनोज तिवारी के बयान के बाद घरेलू क्रिकेट के सुधार की चर्चा शुरू की है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के फैसले ने इस समय क्रिकेट जगत में चर्चा का केंद्र बना दिया। सभी खिलाड़ियों को समान अवसर देने वाले बोर्ड के फैसले ने कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया।
यह निर्णय दिखाता है कि बोर्ड अब क्रिकेट के मामले में किसी भी तरह की कमी की इजाजत नहीं देने वाला है। खिलाड़ियों की प्रदर्शन क्षमता और प्रयासों के आधार पर उन्हें अनुबंध दिए गए हैं।
जबकि इस फैसले के खिलाफ कुछ लोगों ने विवाद छिड़ा दिया है, वहीं कुछ लोग इसे एक पोजिटिव मूव भी मान रहे हैं। बोर्ड के इस कदम से क्रिकेट के खिलाड़ियों को और भी उत्साहित करने की उम्मीद है।
इस बड़े फैसले के बाद, अब सब की निगाहें टीम इंडिया के अगले मैच पर होंगी, जिसमें इन 30 खिलाड़ियों की प्रदर्शन क्षमता पर नजरें होंगी।
आखिरकार, बोर्ड के इस निर्णय ने बिना किसी भेदभाव के सभी खिलाड़ियों को मंथन का मौका दिया है, जिससे क्रिकेट की दुनिया में एक नया मुकाम हासिल हो सकता है।
लाइव हिंदुस्तान समाचार टीम की तरफ से यहां रहें, क्योंकि हमेशा क्रिकेट की डिटेल में अपडेट रहते ह०.