चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जोधपुर ने नाडियों और तालाबों में गंबूशिया मछलियों को छोड़ा है। इसका मुख्य उद्देश्य डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचना है। एम्स जोधपुर के डॉक्टरों ने नाडियों में गंबूशिया मछलियों का इस्तेमाल किया है। इन मछलियों को खाने के लिए आहार की बढ़ती मांगों को पूरा किया गया है। ग्रामीण इलाकों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है ताकि मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव संभव हो सके।
लाइव हिंदुस्तान समाचार: रविवार को जोधपुर में निवास करने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जोधपुर ने शहर के नाडियों और तालाबों में गंबूशिया मछलियों को छोड़ दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छरों से होने वाली बीमारियों से लोगों को बचाना है। इस पहल को अमेरिकन मेडिकल साइंसेस एंड अड्वांस्ड स्टडीज (एम्स) जोधपुर के वैज्ञानिकों ने शुरू किया है। उन्होंने गंबूशिया मछलियों का इस्तेमाल करके इसे संभव बनाया है।
गंबूशिया मछलियों का उपयोग मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों के कारण होने वाले बढ़ते हुए संक्रमण से बचाने के लिए किया जाता है। इन मछलियों को खाने के लिए आहार की बढ़ती मांगों को पूरा किया गया है ताकि इसकी संख्या में वृद्धि हो सके और इसे अधिक से अधिक जगहों में छोड़ा जा सके।
डॉ. राहुल गुप्ता, एम्स जोधपुर के डॉक्टर, इस पहल के फायदों को साझा करते हुए कहते हैं, “गंबूशिया मछलियों को नाड़ी में छोड़ने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का प्रकोप कम होगा। यह नए तकनीकी उपाय है जो अभी तक पूरी तरह से उचित और प्रभावी हो रहा है।” इस पहल के लिए डॉ. गुप्ता और उनकी टीम ने यह सुनिश्चित किया है कि इन मछलियों की संख्या में बढ़ोतरी होती रहे और इसे रखने वाली जगहों का ध्यान रखा जाए।
यह पहल अधिकतर ग्रामीण इलाकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बड़े आकार में होता है। लोग अगर इन मछलियों के इस्तेमाल को अपना लें, तो उन्हें खुदरा से बचने का मौका मिलेगा और उचित स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा। डॉक्टरों ने एक व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया है जिसके तहत लोगों को बताया जा रहा है कि गंबूशिया मछलियों का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
इस पहल का अंतिम उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोगों को गंबूशिया मछलियों की उपयोगिता और महत्व के बारे में जागरूक किया जाए जिससे कि वे इसे अपने आस-पास के तालाबों में छोड़ सकें और जिए जाने वाली बीमारियों से बच सकें। डॉक्टरों के अनुसार, इस पहल के बाद तालाबों के आस-पास डेंगू और मलेरिया संक्रमण में कमी आएगी और स्वस्थ सामाजिक माहौल का निर्माण होगा।
लाइव हिंदुस्तान समाचार को टीम ‘गंबूशिया मछलियां शहर को बचा सकती हैं बीमारियों से’ के शीर्षक के साथ इस महत्वपूर्ण खबर को प्रकाशित करने पर गर्व हो रहा है। इस पहल के फलस्वरूप, जोधपुर के लोग अब डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचकर अपने जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते हैं।
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