लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया – अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में दमदार धमाका मचा रहे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर ने 451 पारियों में 49 शतक लगाए हैं। यह तो कमाल की बात है कि उन्होंने सभी वनडे मैचों में अपनी मुश्किल से कोई नहीं रूट की है।
वॉर्नर ने अपनी ताकतवर गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी बड़े बदलाव किए हैं। वनडे मैचों में उनके नाम पर 22 शतक हैं, जबकि टेस्ट मैचों में 26 शतक हैं। वहीं, टी20 मैचों में एक शतक दर्ज किया गया है।
ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर वॉर्नर का बल्लेबाजी करियर पिछले कुछ वर्षों में चरम पर है। उन्होंने अपने बल्लेबाजी के जरिए कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं। इससे पहले वॉर्नर को टेस्ट मैचों में 7,998 रनों के साथ 5000 रन पूरे करने का बड़ा बचाव भी मिला है।
वॉर्नर की घातक बल्लेबाजी पर तारीफों के बावजूद, उन्होंने हाल ही में कहा है कि टेस्ट मैचों में अपनी सक्रियता को बनाए रखने के लिए नए पैटर्न की आवश्यकता होती है।
वॉर्नर के कुछ भयानक प्रदर्शनों को देखते हुए राष्ट्रीय कोच जस्टिन लेंगर ने उन्हें नये ऑपनिंग के रूप में मौका देने का फैसला किया था। इससे पहले, केविन पीटरसन और सिमन्स जैसे बड़े नामों ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के ओपनिंग पार्टनर का काम किया था।
आप सभी जानते हैं कि वॉर्नर को खेले जाने वाले तेज बॉलर्स को अपनी डेन पर उनकी सख्त मेजबानी का अहसास है। वहीं, वॉर्नर वो वनडे बल्लेबाजी करते हैं जिसे देख कर लोग चकित हो जाते हैं।
वॉर्नर के बल्ले की ताकत और हिटमैन युव्राज सिंह की बल्लेबाजी की तुलना में न ही कोई दूसरा बल्लेबाज है और न ही हो सकता है। जनता में अपनी बेअदब गेंदबाजी के लिए भी वो जानते जाते हैं।