पश्चिम बंगाल के मालदा में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर पथराव हो गया। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि राहुल गांधी की कार पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पथराव किया गया। इसके बाद की खिड़की का शीशा टूट गया, लेकिन राहुल को कोई चोट नहीं आई। उसके विपरीत, सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि एक महिला ने कार की विंडशील्ड को रस्से से टूटाया था क्योंकि वह राहुल से मिलने के लिए आगे आई थी। इसके अलावा, तृणमूल कांग्रेस नेता देबांगशु भट्टाचार्य ने दावा किया कि यह हमला बंगाल में नहीं, बल्कि बिहार में हुआ। इसमें बिहार चुनाव को लेकर भी तनाव बढ़ सकता है।
यह यात्रा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत है, जिसका उद्घाटन 12 मार्च को आयोजित किया गया था। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जनता को यात्रा में शामिल कर समर्पित करना है और न्यायय के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है। यह राष्ट्रीय सहयोग से हो रही है और इसे 14 राज्यों में किया जाएगा।
हालांकि, इस हमले के बाद इस यात्रा पर सवाल उठेंगे कि क्या यह राजनैतिक हिंसा है या यह फिर से अमनवादी स्वरूप में छापे गए आंदोलन की और एक कदम है। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों की यात्राओं के आगे की योजना पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्पोकस्पर्सन दंबरेंकर में ने बताया कि इस तरह की हालतें दुखद हैं और प्रदेश में शांति स्थापित करने की कोशिशें की जा रही हैं। इसके बाद कांग्रेस नेताओं को सावधान रहने की आवश्यकता है ताकि इस यात्रा की अभियान शून्य न हो जाए।
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 21 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। इस यात्रा पर अन्य पार्टियों के द्वारा भी विरोध दर्ज किए जा रहे हैं। यह विषय की गहराई को छोड़ते हुए, राहुल गांधी ने आदिवासी विषय पर ध्यान केंद्रित किया है और यात्रा के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की है। जो भी हो, यह हमला न्याय यात्रा को बंगाल में इशारा हो सकता है और यह चुनावी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण उघाटन हो सकता है।