पाकिस्तान में हाल ही में हुए चुनाव में धांधली का मामला सामने आया है। रावलपिंडी के एक पूर्व कमिश्नर ने हाल ही में चुनावी धांधली का आरोप लगाया है। इस अफसर ने कहा कि वह चुनाव में धांधली की थी और उन्होंने चुनाव आयोग के अध्यक्ष और पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को भी शामिल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने और भी कई आरोप लगाए हैं जिसमें PTI की तरफ से पैसे और फ्लैट का ऑफर भी शामिल है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की भी शामिलता है और उन्होंने आरोपों की जांच की बात की है। चुनावी धांधली के आरोपों से जुड़े इस मामले में ख़ासियत है कि अफसर ने बाद में अपने आरोप वापस लिए हैं और अपनी गलती को स्वीकार किया है। पीएमएल-एन की पक्ष से भी इस मामले में आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस घटना से उठने वाले अन्य महत्वपूर्ण सवालों और उनके जवाबों पर भी प्रकाश डालने के लिए आगे तयार रहें। यह घटना चुनावी प्रक्रिया में विश्वास की कमी को दिखाती है और पाकिस्तान की राजनीति में एक नया मोड़ खोल सकती है। इस समय चुनाव आयोग की कड़ी कार्रवाई और स्वतंत्र जांच की आवश्यकता है ताकि देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बना रहे।