ईरान-इजरायल के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिससे कच्चे तेल और एलएनजी की कीमतें बढ़ सकती हैं, यह खतरे की घोषणा करते हुए एक विशेषज्ञ ने बताया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर देता है, तो कच्चे तेल और एलएनजी की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं।
कच्चे तेल की कीमतें पिछले कुछ सप्ताहों में 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बढ़ गई हैं, जो व्यापारिक गतिविधियों पर असर डाल रहा है। इस मामले में दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।
होर्मुज जलडमरूमध्य ओमान और ईरान के बीच एक महत्वपूर्ण समुद्री पट्टी है, जिसके माध्यम से सऊदी अरब, यूएई, कुवैत, कतर, इराक और ईरान कच्चे तेल का निर्यात करते हैं। वैश्विक एलएनजी व्यापार का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा इसमें शामिल है।
इस संदर्भ में, आपत्तिजनक स्तिथि से निपटने के लिए विशेषज्ञों ने कहा है कि अपील का आग्रह है कि दोनों देशों के बीच तनाव को शांति से हल किया जाए ताकि क्षेत्र में स्थिरता बनी रहे।
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