‘लाइव हिंदुस्तान समाचार’ में – जल्दी-जल्दी खाने के कारण गैस और ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है। पूरे दिन में अपने काम-धाम में इतना व्यस्त रहते हैं कि जल्दी-जल्दी खाना खाना होता है। लेकिन इस तरह के खाने से आपके पेट में गैसे बनने और ब्लॉटिंग होने की समस्या हो सकती है।
– खाना खाने के बाद पेट में सिग्नल मिलने के लिए आमतौर पर 20 मिनट का समय लगता है। यह समय आपके पेट को खाने को पचाने के लिए जरूरी होता है। लेकिन जल्दी खाने से आपका पेट प्रोसेसिंग का समय कम हो जाता है और वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हमेशा धीमे और ठंडे मन से खाना खाएं।
– जल्दी खाने के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ सकता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो अक्सर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को प्रभावित करने के कारण हो सकती है। जल्दी खाने से आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम हो सकती है और इससे आपके वजन में बढ़ोतरी हो सकती है। अतः, जल्दी खाने की आदत को तुरंत निभाएं।
– जल्दी-जल्दी खाने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। यह एक बीमारी है जिसमें किडनी में शुगर का स्तर बढ़ जाता है और इंसुलिन की संत्रास प्रदर्शित करता है। जल्दी खाने से शरीर में जबरदस्त शुगर उत्पन्न होती है और इससे शब्दाडंबर पहुंचती है। इसलिए, जल्दी खाने से बचने के लिए अपने खाने को ठंडे मन से खाएं।
– जल्दी खाने से मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है, जिसका सीधा कनेक्शन हार्ट से हो सकता है। खाना खाने के बाद हमारा शरीर उचित तरीके से आहार को पचाने का प्रयास करता है, लेकिन अगर हमारे खाने के समय पेट में उचित सिग्नल नहीं मिलती हैं, तो हमारा मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है और हार्ट पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, हमेशा धीमे मन से खाने की आदत डालें।
– डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। हमारे आस-पास हमेशा ऐसे व्यक्ति होते हैं, जो खाने के बारे में हमें अच्छी सलाह दे सकते हैं। इसलिए, हमेशा एक विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें और वो कैसे और कब खाना खाना चाहिए, इसकी सलाह देंगे।
यह सभी सावधानियां रखकर हम अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रह सकते हैं। जल्दी खाने की आदत को बदलकर हम एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।
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