हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठनों ने गुरुवार को ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और विहिप (विश्व हिंदू परिषद) के बीच विवाद प्रारंभ हो गया है। खट्टर ने यात्रा की अनुमति नहीं दी है जो कि विहिप को खासे प्रभावित कर गया है। विहिप ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक हमले की चेतावनी दी है और कहा है कि उनकी यात्रा निकाली जाएगी।
हालांकि, मुख्यमंत्री खट्टर ने इस बारे में अपने बयान में कहा है कि विहिप की इस यात्रा से समाजिक सुरक्षा की स्थिति खतरे में पड़ेगी और यह विवादास्पद हो सकता है। इसलिए वह नागरिकों से अपील कर रहें हैं इस यात्रा में भाग लेने से ना बचें।
गुरुवार को हुई ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा की तिथि 28 अगस्त तय की गई है। इस मौके पर हरियाणा प्रशासन ने नूंह में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है जो कि यात्रीगणों को काफी परेशानी में डाल देगा। यह कदम सुरक्षा में बढ़ोतरी के लिए उठाया गया है ताकि किसी भी और जनसंयोग साधन में किसी तरह की अनियमितता न हो सके। इसके अलावा खट्टर सरकार ने धारा 144 भी लागू करने का निर्णय लिया है जो कि यात्राओं की संख्या और सुरक्षा के माध्यम से अधिक सख्ती का हेतु लेयर जोड़ा गया है।
यह विवादस्पद मुद्दा वहीं तक जा सकता है जब तक विहिप और सरकार के बीच समझौता नहीं होता। पंडित ब्रज मंडल की यात्रा परगाम अंधाधुंध कागजों पर बनी हुई है और वहीं यात्रियों को यात्री इंडेक्स भी दिया जाएगा ताकि किसी भी साधारण नागरिक को यात्रियों के बीच समावेश न करने का कोई तथ्य छेड़ने की कोई संभावना न रह जाए।
इस घटना के चलते नूंह में रहने वाले लोगों की जिंदगी प्रभावित हो गई है और उन्हें अनुकरणीय हालातों का सामना करना पड़ रहा है। अब यह देखना होगा कि कैसे प्रशासन इस मशक्कत से जूझता है और इसे हल करने का कोई उपाय निकालता है।
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