पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने नवाज सरकार के तमाम दावों के बावजूद न केवल अपने देश को बर्बाद कर चुके हैं, बल्कि यहाँ अपने विदेशी यात्राओं के दौरान भी काफी बेइज्जती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नवभारतटाइम्स.कॉम के सूत्रों के अनुसार, जब सऊदी अरब की यात्रा पर जाते हैं तो उन्हें भिखारी बन जाते हैं। यह बात उनकी कायास्थी और गरीबी देखते ही साफ हो जाती है।
इसके चलते, पाकिस्तान में भिखारी ग्रुप्स को रोकने की शुरुआत की गई है। हाल ही में, एक भिखारी ग्रुप ने इस्लामाबाद के क्वाइदे ऐजाम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लोगों से भिख मांगा था। इसके बाद से ही ऐरपोर्ट अथॉरिटीज ने तालमेल स्थानीय पुलिस को करके इस मामले को गंभीरता से लिया।
इंटरनेशनल सीक्योरिटी फोर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरफ्तार किये गए भिखारी ग्रुप के सदस्य पूर्वी जुर्माना पाकिस्तानी ताजांकित उमरा यात्रा के लिए वीजा प्राप्त कर चुके थे। इसके बावजूद, उन्होंने यात्रा के दौरान जेबखर्च बचाने के लिए भिखारीपन का रस्ता अपनाया। इसमें कोई भी मान्यता नहीं है कि भिखारी ग्रुप के सदस्यों में से 90% पाकिस्तानी ही होंगे।
पाकिस्तान जैसा एक देश, जिसकी अर्थव्यवस्था और राजनीतिक प्रणाली का हाल ही में गिरावट में दिखा है, उन्हें अपने नेताओं द्वारा अपमानित करने का ज़रूरत नहीं है। सऊदी अरब जैसे अलपसंप्रदायक देशों में जाकर भिखारीपन करने से बेहतर होगा कि उनकी सरकार यहाँ अपने नवाज का ख्याल रखे और देश को विकास के मार्ग पर आगे ले जाए।
साथ ही, पाकिस्तान की सरकार को यह ठीक से सोचना चाहिए कि उनके नेताओं के कार्यों की वजह से देश की छवि ज़रूर खराब हो रही है। उम्मीद है कि दिन जल्दी न आए, जब पाकिस्तान सरकार भी अपने प्रधानमंत्री को सम्मानित करने के लिए बेइज्जती करने की ज़रूरत महसूस करेगी।