पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बताया कि नौ मई को हिंसा के सरगना पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान थे। इसके बाद सामरिकी संघर्ष जारी हुआ था। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) अध्यक्ष खान की गिरफ्तारी के बाद सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे। इस बातचीत के भी बिना पाकिस्तानी गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने अभी-अभी कहा कि कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए बातचीत जारी है। यह अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की योजनाओं और उनके परिणामों के बारे में सूचना देता है।
इस घटनाक्रम के बाद, पाकिस्तान में उपराज्यपति और संसद के सदस्यों के साथ विपक्षी दलों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया था। उन्होंने शोरमंदल की तोड़फोड़ की और आपराधिक इलाकों में आग लगाई। यह उनके मांगों को लेकर संख्यावादी और सरकारी शासन के खिलाफ एक प्रतिरोधक चेतावनी थी।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटनाक्रम के बाद कड़ी मुश्किलों का सामना किया। उन्होंने लगभग 10 हजार पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था, जिनमें से कुछ कार्यकर्ता मारे गए थे। पीटीआई के अध्यक्ष खान ने अपने लोगों से खर्चे की डरावनी मांग की थी, जो सरकार ने माफी दी है। इसके परिणामस्वरूप, पाकिस्तान में आपराधिक मामलों में तेजी आई है और सरकार ने इसे कड़ा किया है।
इस पूरे संघर्ष के बावजूद, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने सामरिकी क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को काबू में रखने की कोशिश की है। कई चरमों पर उनकी मौजूदगी पर अंकुश डालने के इस प्रयास के चलते, परिक्षेत्रीय अपशंशो के बीच छात्र व कर्मचारी अभी भी शिक्षा देने में असमर्थ हो रहे हैं। ज्यादातर लोग यही सोच रहे हैं कि वे इस कठिनाई का पालन करने में विफल रहे हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बावजूद, आशा की जाती है कि पाकिस्तान द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ दील बन पाएगी और उनके समस्याओं का समाधान होगा। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह समस्या हल करने के लिए साझा प्रयास आवश्यक होगा। वैसे भी, एक बार अगर संघर्ष शुरू हो जाता है, तो लगातार माध्यमिक उपयोगी समाधान खोजना आवश्यक होगा।
इसलिए, पाकिस्तान के मुख्यमंत्री का निर्णय प्रचंड बातचीत करना होगा और उसे योग्य निर्णय लेने के लिए हर संघर्ष करना होगा। बस फिर, हमें उम्मीद रखनी चाहिए कि संघर्ष के अंत में शांति और सुरक्षा की स्थिति स्थापित होगी।