कैथल जिले में डेंगू बीमारी के दो नए केस सामने आए हैं, जिसके चलते अब तक कुल 61 लोगों में यह वायरस पाया गया है। वैसे तो डेंगू के मामले मुख्यतः ग्रीटर कैथला में ही देखे जाते हैं, लेकिन इस बार कलायत और गांव हरिपुरा में भी यह बीमारी के नए मामले दर्ज किए गए हैं।
जिले में चिकनगुनिया का संक्रमण अभी तक किसी भी व्यक्ति को नहीं हुआ है, जो एक अच्छी खबर है। अब तक डेंगू का संक्रमण ही ज्यादा दिखाई देता रहा है।
इससे बचाव के लिए एंटी लारवा टीम ने 38 जगहों पर डेंगू के लारवा की जांच की है। यह टीम कैथल जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गलियों, मोहल्लों और सार्कलों के नीचे सुरंग और जल संरचनाएं जांची हैं। इसके अलावा 48 संदिग्ध मरीजों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं।
सैंपलों की धारा के साथ अब तक कुल 978 सैंपल जांच कर लिए गए हैं। जिले के 1556 जगहों पर डेंगू के लारवा की जांच की जा चुकी है। इससे साफ हो जाता है कि डेंगू का संक्रमण मुख्यतः ग्रीटर कैथला में ही हो रहा है और इस वायरस से बचाव के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के पुरुषार्थ आवश्यक ही हैं।
यह बात बतायी गई है कि कैथल जिले में अब तक 61 मामलों में डेंगू बीमारी दर्ज की गई है। शहर के विभिन्न हिस्सों से यह मामले पाए गए हैं। डेंगू के खतरे को देखते हुए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने कड़ी मेहनत की है और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता फैलाई है। इकट्ठे डेंगू के लारवा को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि और मामलों की संख्या न बढ़े।
जैसा कि विदित है, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मोस्किटो बोर्न बीमारियां छोटे-छोटे कीटाणुओं द्वारा होती हैं और इन बीमारियों से बचाव के लिए जनता द्वारा सहयोग की आवश्यकता होती है। यह खबर आपको ताजगी देने के लिए लाइव हिंदुस्तान समाचार ने एक्सक्लूसिव रूप से प्रकाशित की है।
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