सोने की कीमतें भारत में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। इसका असर चेन्नई में भी देखा जा रहा है, जहां 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम तक 64,530 रुपये हो गई है। इससे पहले मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और कोलकाता में सोने की कीमतें पिछले दिनों की तुलना में 810 रुपये अधिक हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने की कीमतें सात महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
इसके पीछे का कारण है सोने के आयात का बढ़ता हुआ मात्रा। यहां बताया जा रहा है कि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें बढ़ रही हैं क्योंकि अन्य विदेशी मुद्राओं में सोना सस्ता हो गया है। दरअसल, फेडरल रिजर्व के आने वाले महीनों में सोने की दरों में कटौती की संभावना है। इससे सोने के निवेशकों के लिए इसकी कीमतों में नकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।
शादी के मौसम में घरेलू बाजार में सोने की मांग बढ़ गई है। यहां दुल्हन और दूल्हे को कीमती धातु के उपहार के रूप में दिया जाता है। इससे सोने की मांग में वृद्धि हुई है और इसे और भी विशेष करके कीमतें बढ़ गई हैं।
लेकिन, ये सिर्फ भारतीय बाजार में ही हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में जहां सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, वहीं अंय विदेशी मुद्राओं में सोने की कीमतें घट रही हैं। इसलिए, भारतीय बाजार में सोने की दरों में बढ़ोतरी लगातार हो रही है।
यह सभी तथ्य लाइव हिंदुस्तान समाचार की अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित हो रही हैं। इस समाचार के अनुसार सोने की कीमतें विशेषकर चेन्नई में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। आने वाले कुछ महीनों में सोने की दरों में कटौती की सम्भावना है, जिसके चलते सोने के निवेशकों के लिए स्थिति मुश्किल हो सकती है। बाजारों की ये कीमतें सोने के कुछ प्रमुख कारणों से बढ़ रही हैं। दुल्हन और दूल्हे के लिए शादी के सीजन में भी सोने की मांग बढ़ी हुई है। भारतीय बाजार में तो सोने की कीमतों में निर्माण हो रहे हैं, जबकि अन्य विदेशी मुद्राओं में सोने की कीमतें प्रभावित हो रही हैं। इससे सोने की कीमतें उठाता है।
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