‘शहबाज शरीफ ने कहा- इमरान खान हिंसा के सरगना’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नौ मई के सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पीटीआई के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को हिंसा के सरगना बताया है। यह बयान उनके एक इंटरव्यू में आया था। भारतीयों द्वारा हिंसा के दोषी ठहराने वाला शहबाज शरीफ ने यह दावा किया है कि इमरान खान प्रदर्शन की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में शामिल था। इसमें देश के सुरक्षा अवधारणा के खिलाफ हुए हमलों का भी जिक्र है।
‘न्याय पार्टी अध्यक्ष की गिरफ्तारी के बाद हुए प्रदर्शन’
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) अध्यक्ष इमरान खान की भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद से देश भर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की ताजा स्थिति उत्पन्न हुई है। प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया है, बल्कि सरकारी इमारतों पर भी हमले कर दिए हैं। अनुमानों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के करीब 100 वाहनों में आग लगा दी थी।
‘कई लोगों की मौत, खान को रिहा किया गया’
प्रदर्शनकारियों के हिंसक प्रदर्शन के चलते पीटीआई के 16 कार्यकर्ता मारे गए हैं और इसके साथ ही कई और लोगों की मौत हो गई है। इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने आंतरिक सुरक्षा परिस्थितियों का जवाब देने के लिए शोषणीय कदम उठाए हैं।
‘नियुक्ति के बात हुई, पाकिस्तान के गृह मंत्री का बायान’
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने बातचीत करके कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त करने की बात कही है। उन्होंने बताया है कि पीटीआई के अध्यक्ष के पद के लिए किसी नौकरशाह या राजनीतिक नेता का चयन किया जा सकता है। इसमें सरकारी प्रदर्शनकारी संगठनों और पीटीआई द्वारा लगातार विरोध के बाद प्रमुख बदलाव का हवा बन सकता है।
इन तथ्यों के आधार पर पाकिस्तान के राजनीतिक मंच में तनाव तेजी से बढ़ रहा है। प्रदर्शनकारियों की हिंसा और दुर्गतिवादी तत्वों के कारण देश में आपसी विश्वास टूटने की चुनौती हैं। इस बात का नतीजा निकल सकता है कि शांति और न्यायव्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नए प्रधानमंत्री का चयन करने के साथ ही, सुरक्षा सम्बन्धी नीतियों में भी सुधार की जरूरत हो सकती है।
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